चण्डीगढ, 19 मार्च। हरियाणा की महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री कमलेश ढांडा ने कहा कि प्रदेश में स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की तैयारी प्रदेश सरकार द्वारा की गई है। उन्होंने कहा कि 10 हजार नए स्वयं सहायता समूहों के गठन के साथ-साथ 50 हजार महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का संकल्प मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा लिया गया है।
राज्यमंत्री आज कैथल में आमजन की समस्याएं सुन रहीं थी। इस मौके पर उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह प्राथमिकता के आधार पर आमजन की परेशानियों का निवारण करें। ढांडा ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत बनाने का जो सपना देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देखा है, उसे पूरा करने के लिए हरियाणा सरकार मुख्यमंत्री मनोहर लाल के कुशल मार्गदर्शन में निरंतर कदम उठा रही है।
उन्होंने आम बजट में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए उठाए गए कदमों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि नारी शक्ति के सशक्तिकरण के लिए हर स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। इस दिशा में गांव-गांव, शहर-शहर में स्वयं सहायता समूहों को मजबूत किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वित वर्ष 2022-23 के दौरान 10 हजार नए स्वयं सहायता समूह तैयार किए जाएंगे और 50 हजार महिला सदस्यों को विशेष तौर पर आत्मनिर्भर बनाने के लिए योजना का लाभ दिया जाएगा। इन स्वयं सहायता समूहों को केंद्र सरकार द्वारा प्रदान की जा रही सहायता के अतिरिक्त 1 लाख 80 हजार रूपए से कम आय वाली महिला सदस्यों पर आने वाली संपूर्ण ब्याज की लागत को प्रदेश सरकार द्वारा वहन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इससे महिलाओं की आय में बढ़ोतरी होगी और उनके परिवार का आर्थिक उत्थान सुनिश्चित होगा।
राज्यमंत्री कमलेश ढांडा ने कहा कि प्रत्येक नागरिक का यह दायित्व है कि समाज के अंतिम छोर पर मौजूद नागरिक, विशेषकर महिलाओं के उत्थान के लिए योजनाओं को लेकर जागरूक करें, ताकि महिला सशक्तिकरण की दिशा में मजबूती से आगे बढ़ा जा सके।