चंडीगढ़, 15 मार्च । कोऑर्डिनेशन कमेटी ऑफ गवर्नमेंट एंड एमसी एम्पलॉइज एंड वर्कर्स यूटी चंडीगढ़ का प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को एडीसी कुलजीतपल सिंह माही को मिला। प्रतिनिधिमंडल ने एडीसी को बताया कि चंडीगढ़ प्रशासन ने कोरोना काल में अप्रैल 2020 में डीए तथा डीसी रेट्स फ्रीज कर दिए थे तथा नवंबर 2020 में ही यह रोक को हटा दिया था। इस के बाद चंडीगढ़ प्रशासन ने डीसी रेट्स में लमसम 7% वृद्धि की थी किंतु यूटी मुलाजिमों का डीए (महंगाई भत्ता) 1.1.2021 से 25% तथा 1.7.2021 से 7% बाद में बड़ाया गया था पर चंडीगढ़ प्रशासन ने डीए मे बडोतरी से पहले 1.4.2021 को लंब संब 7% की डीसी रेट मे बडोतरी की थी। तब मार्च 2021 में एडीसी की अध्यक्षता में कोऑर्डिनेशन कमेटी ऑफ गवर्नमेंट एंड एमसी एम्पलॉइज एंड वर्कर्स यूटी चंडीगढ़ के प्रतिनिधियों से हुई तीनों मीटिंगो में यह तय हुआ था कि जब रेगुलर मुलाजिमों का डीए बड़ेगा तो उसी आधार पर डीसी रेट्स में होर बढोतरी की जाएगी।
मौजूदा महंगाई के आंकड़ों के हिसाब से 1.4.2021 से डीसी रेट मे 18% की बढ़ोतरी बनती थी प्रशासन ने 7% की बढोतरी पहले कर दी है। अब मौजूदा महंगाई के आंकड़ों के आधार पर तथा प्रशासन द्वारा बढ़ाए गए 32% डीए के अनुसार तथा 1.1.2022 से बढ़ने वाले डीए को ख्याल में रख कर आउट सोर्सेड वर्करों को डीसी रेट्स मे कम से कम 20% की बढ़ोतरी दी जाए।
हम जहा जे भी बताना चाहते है कि कोरोना काल में आउट सोर्सेड वर्करों ने फ्रंट लाइन में काम किया है और अब भी कर रहे हैं पर सैलरी के बिना उनको कोई भी मान भत्ता नहीं दिया गया। हम प्रशासन से अनुरोध करते है कि आउट सोर्सेड वर्करों का कानूनन बनता हक वेतन में बनती बडोतरी दे कर दिया जाए।
एडीसी ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि सारे हालातों को मद्देनजर रखकर ही डीसी रेट्स मे बढ़ोतरी की जाएगी। यह जानकारी जारी एक विज्ञप्ति में महासचिव राकेश कुमार द्वारा दी गई।