चण्डीगढ़, 11 मार्च। हरियाणा राज्य विजिलेंस ब्यूरो ने भ्रष्टाचार के खिलाफ राज्य सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति के तहत आज करनाल में तैनात एक जिला नगर योजनाकार (डीटीपी) को अवैध कॉलोनी विकसित करने में आधिकारिक पक्ष देने की एवज में 5 लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। साथ ही आरोपी अधिकारी के आवासीय परिसर से जांच के दौरान चल-अचल संपत्तियों के ब्योरे सहित 78.64 लाख रुपये नकदी की भारी रिकवरी भी की गई है। मुख्य आरोपी डीटीपी, जो कि राज्य सरकार का प्रथम श्रेणी अधिकारी है, की पहचान 37 वर्ष के विक्रम सिंह के रूप में हुई है।
विजिलेंस ब्यूरो के एक सरकारी प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि ब्यूरो ने डीटीपी के चालक को भी 5000 रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। प्रवक्ता ने आरोपी अधिकारी के रिश्वत के तौर-तरीकों को साझा करते हुए बताया कि आरोपी डीटीपी ने अवैध कॉलोनियों को विकसित करने में मदद की और ऐसे एरिया में सड़कों और अन्य निर्माण कार्यों को नहीं गिराने के लिए रिश्वत की यह राशि प्राप्त की।
इस संबंध में विजिलेंस ब्यूरो को आरोपी अधिकारी के खिलाफ शिकायत मिली थी। सूचना की पुष्टि के बाद शुक्रवार को ब्यूरो की टीम ने रेड कर विक्रम सिंह, डीटीपी व उसके चालक को रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ लिया। बाद में, विजिलेंस के अधिकारियों ने बेहिसाब नकदी भी बरामद की। आवास की तलाशी के दौरान डीटीपी के घर से 78,64,630 रुपये कैश मिला। आभूषण सहित कृषि भूमि, 1 फ्लैट और 12 प्लाट से संबंधित दस्तावेज बरामद किए गए हैं। शेयरों, म्यूचुअल फंड और क्रिप्टोकरेंसी में निवेश का विवरण देने वाले दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं। आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।