राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय से नवनियुक्त कुलपति डॉ. सुदेश छिकारा ने की शिष्टाचार मुलाकात

चंडीगढ़, 10 मार्च। हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि महिला सशक्तिकरण के उद्देश्य से महिलाओं में लीडरशीप क्षमता निर्माण ;बंचंबपजल इनपसकपदहद्ध करने के लिए विश्वविद्यालयों और शिक्षण संस्थाओं में कोर्सिस व कार्यक्रम शुरू किए जाएं। यह बात उन्होंने गुरूवार को उनसे शिष्टाचार मुलाकात करने आई भगत फूल सिंह महिला विश्वविद्यालय, सोनीपत की नवनियुक्त कुलपति डा0 सुदेश छिकारा से बातचीत करते हुए कही।
दत्तात्रेय ने कहा कि पंचायती राज संस्थाओं में राज्य सरकार द्वारा महिलाओं के लिए 50 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान किया गया है। इसी प्रकार से विभिन्न सेवाओं में भी महिलाओं की महत्वपूर्ण भागीदारी है। इसलिए जरूरी है कि महिलाओं में लीडरशीप की भावना पैदा हो जिससे वे सम्बन्धित क्षेत्रों में बेहतर कार्य कर पाएं। इन कोर्सों के शुरू होने से महिलाएं पंचायती राज संस्थाओं, उद्यमिता के क्षेत्र में आगे बढ़ेंगी और उन्हें सम्बन्धित क्षेत्रों में अपनी शक्तियों व प्रतिभा का ज्ञान होगा। इसके साथ-साथ महिलाओं की सुरक्षा से सम्बन्धित मार्शल-आर्ट जैसे कार्यक्रम भी शुरू हों। उन्होंने कहा कि महिलाओं को उद्यमिता व स्वरोजगार के क्षेत्र में प्रोत्साहित करने के लिए कौशलता के कार्यक्रम भी शुरू किए जाएं। महिलाओं को इस तरह के प्रशिक्षण देने से उनमें आत्मविश्वास की भावना बढ़ेगी।
उन्होंने कहा कि आज आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, डाटा सर्विस, इन्डस्ट्रीयल इंटरनेट, रोबोटिक ऑटोमेशन या अन्य प्रकार के कोर्स शुरू करने की जरूरत है। विश्वविद्यालय और शिक्षण संस्थाओं को अपने परिसरों में इन्क्यूबेशन सेंटर स्थापित कर छात्राओं का स्टार्टअप की तरफ ध्यान केंद्रित करना होगा। स्टार्ट-अप का वातावरण तैयार करने के लिए विश्वविद्यालय और शिक्षण संस्थाएं अपने ही पूर्व छात्राओं व सफल महिला उद्यमियों का सहयोग लें। इससे छात्राओं को अपनी डिग्री पूरी करने के बाद रोजगार से सम्बन्धित समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा।
भगत फूल सिंह महिला विश्वविद्यालय की नवनियुक्त कुलपति डॉ. सुदेश छिकारा ने कहा कि विश्वविद्यालय में आर्टिफिसीयल इंटैलीजैंस और मशीन लर्निंग व डाटा सर्विस से जुड़े कई कोर्सिस शुरू किए हैं। विश्वविद्यालय परिसर में के.जी से पी.जी तक की शिक्षा का प्रावधान पहले से शुरू है, इसे और ज्यादा मजबूत बनाने का कार्य किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि नई शिक्षा नीति में महिलाओं से जुड़े सभी प्रावधानों को पूरी क्षमता के साथ लागु किया जाएगा।
उन्होंने विश्वविद्यालय में योग शिक्षा व आयुर्वेदिक शिक्षा के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि आयुर्वेद के क्षेत्र में और ज्यादा पाठ्यक्रम व कार्यक्रम शुरू किए जाएंगे। साथ ही साथ पहले से चल रहे कार्यक्रमों को और मजबूती प्रदान की जाएगी।

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