चण्डीगढ़, 8 मार्च। हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल, जो राज्य के वित्त मंत्री भी है, ने आज वर्ष 2022-23 के लिए प्रस्तुत किए गए बजट अनुमानों के अंतर्गत कृषि एवं सबंद्ध क्षेत्र हेतू 5988.76 करोड़ रूपए के आंवटन का प्रस्ताव किया है जोकि चालू वित्त वर्ष के संशोधित अनुमानों की तुलना में 27.7 प्रतिशत अधिक है। इस बजट में किए गए प्रावधानों के तहत प्राकृतिक और जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए 100 कलस्टर में ‘‘उत्पादन आधारित प्रोत्साहन कार्यक्रम’’ शुरू किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि मोटे अनाजों पर अनुसंधान व उत्पादकता में सुधार के लिए प्रशिक्षण हेतु भिवानी में ‘‘क्षेत्रीय अनुसंधान केन्द्र’’ की स्थापना की जा रही है। उन्होंने बताया कि जल संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए कपास उत्पादक जिला-सिरसा और फतेहाबाद में सूक्ष्म सिंचाई को प्रोत्साहन देने का काम होगा। इसी प्रकार, गर्मी सीजन के मक्का की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य पर होगी।
दलाल ने बताया कि नई ग्रामीण संपर्क सड़कों के निर्माण के लिए एच.एस.ए.एम.बी. को 200 करोड़ रुपये का अनुदान देने का प्रस्ताव किया गया है और ‘‘फसल समूह विकास कार्यक्रम’’ के तहत 100 पैक हाउस की स्थापना के लिए सहायता सरकार द्वारा की जाएगी। ऐसे ही, ‘‘फसल विविधिकरण कार्यक्रम’’ के तहत 20,000 एकड़ में फसल विविधिकरण का लक्ष्य तथा किसानों को किराए पर मशीनें उपलब्ध करवाने हेतु 5 मशीन बैंक केंद्रों की स्थापना के लिए एक नया कार्यक्रम प्रस्तावित वर्ष 2022-23 के बजट में प्रस्तुत किया गया है।
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री दलाल ने बताया कि किसानों के मार्गदर्शन के लिए ‘‘प्रगतिशील किसान कृषि दर्शन’’ कार्यक्रम और पशुपालन व डेयरी क्षेत्र में स्वरोजगार के लिए 1 लाख अंत्योदय परिवारों की आर्थिक मदद का लक्ष्य भी रखा गया है। उन्होंने बताया कि ‘‘एम्ब्रयो ट्रांसफर टैक्नॉलोजी’’ (ई.टी.टी.) से पैदा होने वाले बछड़ों पर 10,000 रुपये प्रोत्साहन राशि देने का प्रावधान प्रस्तुत किए गए बजट में किया गया है। उन्होंने बताया कि अंत्योदय परिवार जिनके पास पशुओं को रखने के लिए भूमि या स्थान नहीं है, उन परिवारों को ग्राम पंचायत की भूमि पर एक सांझा शैड की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
दलाल ने बताया कि प्रस्तुत किए गए बजट अनुमानों में मत्स्य पालकों को भी ‘‘किसान क्रेडिट कार्ड’’ की सुविधा, भिवानी में इंटीग्रेटेड एक्वा पार्क-सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना तथा गुरुग्राम में सार्वजनिक-निजी भागीदारी पद्धति पर जलीय पौधों, मछलियों और जंतुओं का एक आधुनिक एक्वेरियम स्थापित होगा।