चंडीगढ़, 5 मार्च। हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने उपायुक्तों व जिला राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने क्षेत्र में चकबंदी के बकाया कार्य को शीघ्र पूरा करें ताकि लोगों को परेशानी का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा कि अगर चकबंदी के कार्य के निपटान में अतिरिक्त मैनपॉवर की जरूरत हो तो राज्य सरकार की ओर से सहयोग लिया जा सकता है।
डिप्टी सीएम चंडीगढ़ के हरियाणा निवास में उपायुक्तों व जिला राजस्व अधिकारियों की मीटिंग की अध्यक्षता कर रहे थे। इस अवसर पर राजस्व,आपदा एवं चकबंदी विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री पी.के दास, लैंड होल्डिंग एंड लैंड रिकार्डस की निदेशक आमना तसनीम के अलावा अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
दुष्यंत चौटाला ने चकबंदी के कार्य की समीक्षा की। उनकी उपस्थित में जानकारी दी गई कि 12 जिलों के 66 गांवों में चकबंदी का कार्य किया जा रहा है। सबसे अधिक 21 गांव चरखी दादरी जिला के हैं जिनमें अटेला खुर्द, झोझु खुर्द, गोकल, गुडाना, ढ़ाणी फोगाट, तिवाला, माई कलां, माई खुर्द, चंदेनी, बीर समसपुर, लाडावास, निमड़, पिचोपा खुर्द, कुब्जा नगर, कन्हेड़ा, उमरवास, खोरड़ा, लाड, बेरला,टोडी निहालगढ़ तथा बिंद्रावन शामिल हैं। इसके अलावा, भिवानी जिला के 14 गांव, जिनमें घंगाला, सरल, दरियापुर, संडवा, मिराण,कितलाना,प्रेम नगर, लेघां भानान, जुई खुर्द, खरकड़ी, पहाड़ी, सिंघानी, चैहड़ कलां तथा मढ़ोली कलां शामिल हैं, में भी चकबंदी के कार्य की प्रगति रिपोर्ट दी गई।
उपमुख्यमंत्री ने रोहतक जिला के गांव भैणी चंद्रपाल, मोखरा खेड़ी, गिरावड़, मोखरा रोज, कुलताना तथा हिसार जिला के गांव मोहब्बतपुर, सिरसा जिला के गांव शाह सतनाम पुरा, झज्जर जिला के गांव छारा, बरही, खेड़ी होशदारपुर, किलोई, पानीपत जिला के गांव नन्हेड़ा, सनोली कलां,हथवाला, करनाल जिला के गांव डबकोली खुर्द,मंगलोरा जदीद, चोगावां, नांगल, मंगलोरा कदीम,कैरवाली, अंबाला जिला के गांव सलोला व हरियोली, गुरूग्राम जिला के गांव शिखोपुर व मुबारिकपुर, फरीदाबाद जिला के गांव कोट तथा मेवात जिला के गांव सादपुर, खायका, नुरपुर, बसई मेव, घाटा शमशादाबाद व गंगानी में चल रहे चकबंदी के कार्य की समीक्षा की।
डिप्टी सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे निर्धारित अवधि में चकबंदी के कार्य को पूरा करें। उन्होंने आगे कहा कि अगर किसी गांव में ग्रामीणों की आपसी तकरार के कारण चकबंदी का कार्य प्रभावित हो रहा है तो अधिकारी गांव के मौजिज लोगों के साथ भाईचारा व आपसी रजामंदी से मामलों को निपटान करने का प्रयास करें। चकबंदी से गांवों के लोगों को काफी लाभ होगा।
राजस्व,आपदा एवं चकबंदी विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री पी.के दास ने अधिकारियों को सुझाव दिया कि वे गांव में चकबंदी से पूर्व हिंदी में प्रकाशित कुछ पोस्टर आदि का भी वितरण करवा सकते हैं जिसमें चकबंदी की पूरी प्रक्रिया सरल भाषा में लिखी गई हो, इससे ग्रामीणों में भ्रम की स्थिति पैदा नहीं होगी और वे चकबंदी के फायदों से अवगत हो जाएंगे और वे इसमें सहयोग भी कर सकते हैं।