चंडीगढ़, 28 फरवरी। केंद्रीय विद्यालय वायुसेना स्टेशन हाई ग्राउंड में सोमवार को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विद्यालय की प्राचार्य शाम चावला ने प्रात: कालीन सभा में महान वैज्ञानिक डॉ. सीवी रमन को श्रद्धा सुमन समर्पित करते हुए कहा कि जीवन एक विज्ञान है जो हमारे पल प्रतिपल प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष जुड़ा रहता है। बच्चों को प्रेरित करता हुआ एक आभासी सेमिनार का भी आयोजन किया गया।
इस सेमिनार के मुख्य वक्ता राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित विज्ञान शिक्षक जसविंदर सिंह थे। विद्यालय प्राचार्य शाम चावला ने सिंह का हार्दिक स्वागत किया। सिंह ने अपने आकर्षक अंदाज में बच्चों को बताया कि साइंस हमारे दैनिक जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में व्याप्त है। रसोई घर में जब मां काम करती है तो अनेक अवसरों पर वह वैज्ञानिक की तरह काम करती है लेकिन उसे विज्ञान के नियम की थ्योरी का पता नहीं, वह प्रेक्टिकल करती है। आप सभी प्रत्येक कार्यों में से अधिकांश विज्ञान आधारित कार्य करते हो जैसे फुटबॉल में हवा भरना, गुब्बारा फुलाना, पतंग उड़ाना, यहां तक कि चमच से खाना उठाने तक आदि आदि। बच्चों आप लोग जब तक खुली आंखों से अपनी ही गतिविधियों पर विचार नहीं करोगे, विज्ञान की सहजता समझ नहीं आएगी। विज्ञान से ही हमारा जन्म होता है। गर्भ से लेकर जीवन पर्यंत हम विज्ञान के परिवेश में हैं। उन्होंने बच्चों और शिक्षकों को प्रेरित करते हुए कहा कि जब तक अध्यापक प्रश्नों को पैदा नहीं करेगा तब तक बच्चों को उत्तर देने का विज्ञान जन्म नहीं लेगा, जब तक बच्चे प्रश्न नहीं करेंगे तब तक उत्तर विज्ञान कहीं खोया हुआ पड़ा रहेगा। उल्लेखनीय है कि जसविंदर सिंह जी पूरे देश विदेश में विज्ञान की सरलतम व्याख्या के लिए प्रसिद्ध हैं। अंत में कार्यक्रम संचालिका एवं संयोजिका अध्यापिका जसप्रीत कौर ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर सभी विज्ञान अध्यापक कंचन, नीलिमा, राजेंद्र कुमार, रजनी, संगीता आदि मौजूद थे।