चण्डीगढ़, 1 जनवरी। काली माता मंदिर सेक्टर 30 के सामने शनिवार को छत्तीसगढ़ सरकार का पुतला फूंका गया व संत कालीचरण महाराज की गिरफ्तारी के विरोध स्वरूप प्रदर्शन किया गया। विरोध कार्यक्रम का आयोजन श्री काली माता मंदिर समिति सेक्टर 30, पूर्वांचल विकास महासंघ ने किया।
इस अवसर पर श्री काली माता मंदिर के प्रधान राकेश पाल मोदगिल ने कहा कि हिंदुओं का अपमान अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सरकारों द्वारा हिंदू देवी-देवताओं, साधु-संतों का अपमान करने वालों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं जाती जबकि छत्तीसगढ़ के संत कालीचरण महाराज ने कुछ भी गलत नहीं कहा। उन्होंने एक सामान्य प्रचलन की बात कही थी जिसके कारण वहां की कांग्रेस सरकार ने अपने वोट बैंक के तुष्टीकरण के लिए उनकी गिरफ्तारी की है जो निंदनीय है। मोदगिल ने कहा कि हिंदुओं को संगठित होने की जरूरत है और अब हिंदू समाज जाग रहा है।
इस अवसर पर सेवा भारती के महामंत्री नरेंद्र पांडेय, पूर्वांचल सेवा समिति के रमेश शर्मा, बलवीर सिंह, दीपचंद यादव, गिरधारी लाल शुक्ला, संतोष तिवारी, अजय पांडे, प्रभु यादव, मनोज शर्मा, जितेंद्र दलाल, अनुज सहगल, देवेंद्र सिंह, संदीप शर्मा धर्मेंद्र यादव, जीतू कालरा, डीके पांडेय, डीपी दुबे, सुनील दीनानाथ यादव, भूषण कुमार, सुरेंद्र कुमार, शशि कांत, हरिशंकर उपाध्याय व पंडित चंद्र शास्त्री पंडित, वीरेंद्र नारायण मिश्रा, दूधनाथ यादव, सुनील दत्त भारद्वाज, पंडित नरेश आदि गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
उपस्थित जन समुदाय ने भारत माता की जय, वंदे मातरम के नारों के साथ छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का पुतला फूंका। सरकार के खिलाफ नारेबाजी की तथा पूज्य संत कालीचरण दास महाराज पर दर्ज एफआईआर निरस्त करने की मांग की और भविष्य में हिंदू देवी-देवताओं के अपमान करने वालों के लिए सख्त कानून बनाया जाए और उनकी तुरंत गिरफ्तारी कर कानूनी कार्यवाही की जाए व सरकार हिंदू समाज की भावनाओं का सम्मान करें।